कलक्टर के आदेश के बाद अम्बाजी मंदिर में बदल दी गई 500 साल पुरानी परंपरा, गुजरात के अम्बाजी मंदिर के प्रसाद में बदलाव: आक्रोशित हिन्दू संगठनों का अल्टीमेटम|500-year-old tradition changed in Ambaji temple following collector's order, change in prasad of Gujarat's Ambaji temple: Ultimatum of angry Hindu organizations|THEZERONEWS

 



कलक्टर के आदेश के बाद अम्बाजी मंदिर में बदल दी गई 500 साल पुरानी परंपरा, गुजरात के अम्बाजी मंदिर के प्रसाद में बदलाव: आक्रोशित हिन्दू संगठनों का अल्टीमेटम|500-year-old tradition changed in Ambaji temple following collector's order, change in prasad of Gujarat's Ambaji temple: Ultimatum of angry Hindu organizations

1. क्या ऐसा महत्वपूर्ण निर्णय एक कलेक्टर अकेला ले सकता है ? कोई नेता के समर्थन के बिना? 

2. क्या मंदिरों के पैसे से सनातनि हिंदू हित के कुछ काम सरकार या नेता करते है? ठीक उल्टा मंदिरों के पैसे से हिंदू के गले कांट ने वालो को सुविधा दी जा रही है (( यहाँ नेता मतलब सभी पक्ष के नेता की बात है सभी चोर है)) 

1. Can a collector alone take such an important decision? Without the support of a leader?


 2. Does the government or leaders do some work for Sanatani Hindu interest with the money of temples? On the contrary, facilities are being given to those who strangle Hindus with the money of temples ((Here leaders mean leaders of all parties, all are thieves))

THEZERONEWS

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